-युवाओं की टीम बिहार के टूरिस्ट स्पॉट को कर रहे प्रमोट
-बेहतरीन पोट्रेट, 360 डिग्री तस्वीरों के जरिये दिखा रहे हैं बिहार
रविशंकर उपाध्याय4पटना.
यह अनदेखे बिहार को दिखाने का एक अभियान है. वह बिहार जिसका जन्म ही विहार शब्द से हुआ था वह अभी भी उतना खूबसूरत है जितना आप और हम नहीं जानते. इस बिहार में प्रकृति की खूबसूरती है, इस बिहार में स्थापत्य का सौंदर्य है, इस बिहार में इतिहास का गर्व है. इस बिहार को कुछ युवा अपने कैमरे की नजर से दुनिया को दिखा रहे हैं. ये वेबसाइट बना कर बिहार को प्रमोट कर रहे हैं.
ये फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ ही ब्लॉग को प्रचार का जरिया बना रहे हैं. वे अच्छे कैमरे और अलग अलग लेंस के जरिये पोट्रेट और 360 डिग्री तस्वीर के साथ ही पैनोरामा पिक्चर से उस बिहार को दिखा रहे हैं. ये युवा चाहते हैं कि बिहार की ऐसी तस्वीर दिखे जिससे आज की पीढ़ी अपने बिहार को जाने. जो खूबसूरत है, भव्य है और अाकर्षक है. आइए इनकी तस्वीरों में आप भी भव्य बिहार की तस्वीर निहारिये:
दो घुमक्कड़ के गार्गी और मनीष:
दो घुमक्कड़, बिहार की असाधारण कहानियों और फ्रेम की खोज में हर कोने की यात्रा करने वाले दो उत्साही यात्री गार्गी और मनीष का डिजिटल कैनवास है. अपने फोटोग्राफिक दस्तावेज के माध्यम से सदियों पुरानी संस्कृति, वास्तुकला और पारंपरिक विरासत के सार को संरक्षित रखने के साथ-साथ इसके अधिक से अधिक प्रचार प्रसार व स्थानीय लोगों को इसके महत्व से रुबरु कराना ही दो-घुमक्कड़ का एकमात्र लक्ष्य है. इन्होंने नालंदा से लेकर बोधगया, रोहतास से लेकर वैशाली की अनदेखी तस्वीर दिखायी है. अभी भी इनकी यात्रा जारी है.
बिहार बाइट्स की सुकृति और यशी:
बिहार बाइट्स के जरिये सुकृति और यशी बिहार को प्रमोट कर रही हैं. पटना विमेंस कॉलेज के मीडिया स्टडीज की छात्राएं अभी पूरे बिहार की बेहतर तस्वीर दिखाने के अभियान पर हैं जिसमें वह सभी पर्यटन स्थलों की यात्रा करती हैं. इसमें वह रोहतास, सासराम, वाल्मीकि नगर, बेतिया राज, दरभंगा, मधुबनी, राजनगर, सीतामढ़ी को कवर कर चुकी हैं. इसके बाद वह बाकी के पर्यटन स्थलों को दिखायेंगी. सुकृति कहती हैं कि बिहार की खूबसूरती देखने के लिए पहले यहां विहार करना होगा. घूमना होगा, समझना होगा और ऐसी नजर से दुनिया को दिखाना होगा जो बिहार को वास्तविक रूप से नहीं जानते हैं.
निशिकांत के अकेले की पहल
मैकेनिकल
इंजीनियरिंग में 10 से अधिक वर्षों के अनुभवों के साथ एक बेहतरीन
फोटोग्राफर के तौर पर निशिकांत ने राजगीर और गिरियक के अनदेखे झील
को बहुत खूबसूरती से दिखाया है. ये शारजाह में रहते हैं लेकिन अपने वेबसाइट
केनिशिकांत डॉट कॉम के जरिये बिहार के झीलों की खूबसूरती दिखाते हैं. ये
जहां यूएई में टीम को प्रशिक्षण देकर प्रेरित करते हैं, प्रबंधन में
कुशलता के टिप्स देते हैं. इसके साथ ही वे अपने शौक से बिहार की बेहतर
तस्वीर भी दिखा रहे हैं.

-बेहतरीन पोट्रेट, 360 डिग्री तस्वीरों के जरिये दिखा रहे हैं बिहार
रविशंकर उपाध्याय4पटना.
यह अनदेखे बिहार को दिखाने का एक अभियान है. वह बिहार जिसका जन्म ही विहार शब्द से हुआ था वह अभी भी उतना खूबसूरत है जितना आप और हम नहीं जानते. इस बिहार में प्रकृति की खूबसूरती है, इस बिहार में स्थापत्य का सौंदर्य है, इस बिहार में इतिहास का गर्व है. इस बिहार को कुछ युवा अपने कैमरे की नजर से दुनिया को दिखा रहे हैं. ये वेबसाइट बना कर बिहार को प्रमोट कर रहे हैं.
ये फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ ही ब्लॉग को प्रचार का जरिया बना रहे हैं. वे अच्छे कैमरे और अलग अलग लेंस के जरिये पोट्रेट और 360 डिग्री तस्वीर के साथ ही पैनोरामा पिक्चर से उस बिहार को दिखा रहे हैं. ये युवा चाहते हैं कि बिहार की ऐसी तस्वीर दिखे जिससे आज की पीढ़ी अपने बिहार को जाने. जो खूबसूरत है, भव्य है और अाकर्षक है. आइए इनकी तस्वीरों में आप भी भव्य बिहार की तस्वीर निहारिये:
दो घुमक्कड़ के गार्गी और मनीष:
दो घुमक्कड़, बिहार की असाधारण कहानियों और फ्रेम की खोज में हर कोने की यात्रा करने वाले दो उत्साही यात्री गार्गी और मनीष का डिजिटल कैनवास है. अपने फोटोग्राफिक दस्तावेज के माध्यम से सदियों पुरानी संस्कृति, वास्तुकला और पारंपरिक विरासत के सार को संरक्षित रखने के साथ-साथ इसके अधिक से अधिक प्रचार प्रसार व स्थानीय लोगों को इसके महत्व से रुबरु कराना ही दो-घुमक्कड़ का एकमात्र लक्ष्य है. इन्होंने नालंदा से लेकर बोधगया, रोहतास से लेकर वैशाली की अनदेखी तस्वीर दिखायी है. अभी भी इनकी यात्रा जारी है.

बिहार बाइट्स की सुकृति और यशी:
बिहार बाइट्स के जरिये सुकृति और यशी बिहार को प्रमोट कर रही हैं. पटना विमेंस कॉलेज के मीडिया स्टडीज की छात्राएं अभी पूरे बिहार की बेहतर तस्वीर दिखाने के अभियान पर हैं जिसमें वह सभी पर्यटन स्थलों की यात्रा करती हैं. इसमें वह रोहतास, सासराम, वाल्मीकि नगर, बेतिया राज, दरभंगा, मधुबनी, राजनगर, सीतामढ़ी को कवर कर चुकी हैं. इसके बाद वह बाकी के पर्यटन स्थलों को दिखायेंगी. सुकृति कहती हैं कि बिहार की खूबसूरती देखने के लिए पहले यहां विहार करना होगा. घूमना होगा, समझना होगा और ऐसी नजर से दुनिया को दिखाना होगा जो बिहार को वास्तविक रूप से नहीं जानते हैं.

निशिकांत के अकेले की पहल

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