महावीर मंदिर में एक साल में बिका 19 करोड़ का नैवेद्यम, कैंसर मरीजों का हुआ इलाज |
महावीर मंदिर ने आठ लाख किलो लड्डू बेचा
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि पिछले 25 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब महावीर मंदिर ने पिछले वर्ष 2017-18 में आठ लाख किलोग्राम लड्डू बेचने का रिकॉर्ड बनाया है. इससे महावीर मंदिर को 19 करोड़ 27 लाख 68 हजार 735 रुपये की कमाई हुई है. महावीर मंदिर के आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि बीते 25 वर्षों में पहली बार नैवैद्यम लड़डू की बिक्री से मंदिर को सवा 19 करोड़ की कमाई हुई है. उन्होंने बताया कि नैवैद्यम लड्डू के निर्माण में सभी प्रकार के खर्चों को घटाने के बाद शुद्ध रूप में कुल सात करोड़ 51 लाख 53 हजार 507 रुपये की बचत हुई है.
कर्नाटक से खरीद कर आता है 414 रुपये प्रति किलो घी
नैवैद्यम लड्डू की बिक्री बढ़ाने के लिए उसके गुणवत्ता के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. शुद्धता का विशेष ख्याल रखते हुए मक्कखन से घी बनाया जाता है और उस घी में लड्डू बनाया जाता है. उन्हाेंने बताया कि तिरूपति के लड्डू बनाने में जिस घी का इस्तेमाल किया जाता है उसकी आपूर्ति सीधे कर्नाटक मिल्क कोआपरेटिव फेडरेशन से करते हैं. इसकी कीमत 470 रुपये प्रति लीटर है, जबिक इसे 414 रूपये प्रति लीटर कर दर से मंगाया जा रहा है. इसमें यातायात व जीएसटी दर शामिल नहीं है. पूर्व में इस घी का कीमत 350 रूपये प्रति लीटर की दर से था. अब बढ़कर 414 हो गया है. बावजूद इसके नैवैद्यम लड्डू के मूल्य में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की गयी है. 250 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से लड्डू बेचे जा रहे हैं. वहीं, पुरानी विधि से बनाये गये नैवैद्यम लड्डू की 500 ग्राम, 250 और 200 ग्राम के पैकिंग में उपलब्ध है. कुछ दिनों के बाद सभी पैकिंग में गाय के शुद्ध घी से निर्मित लड्डू उपलब्ध होगा.
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