क्या नीतीश के हाथ जोड़ कर अपील करने से उपद्रवियों का मनोबल बढ़ा?

अब आप परिस्थितियां देखिए, सीएम नीतीश कुमार 22 मार्च के बिहार दिवस समारोह में उपराष्ट्रपति के सामने हाथ जोड़ कर बिहार की जनता से अपील करते हैं कि रामनवमी में शांति बनाये रखिएगा. अब रामनवमी के दिन से बिहार में एक के बाद एक कई सांप्रदायिक हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आ रही हैं. भागलपुर के जुलूस में हुई हिंसा के बाद मुंगेर में भी तनाव पसरा, इसके पहले औरंगाबाद में दुकानों को आग लगाई गई, समस्तीपुर में भी तोड़फोड़ हुई  और बुधवार को नालंदा जो सीएम का गृह जिला है वहां के सिलाव कस्बे में जुलूस निकालने वाले पुलिस से ही भिड़ गये. शेखपुरा में भी पुलिस से उनकी भिड़ंत हाे गयी.
क्या शासन इकबाल से नहीं चलता है? 
सीएम नीतीश ऐसा कब कहते हैं जब उनका एक व्यक्तव्य पूरे देश के सामने एक मिसाल के रूप में प्रस्तुत किया जाता रहा है कि शासन इकबाल से चलता है. 2005 में सत्ता में आने के बाद  उन्होंने कानून व्यवस्था बनाने के लिए जो फैसले लिये उससे राज्य में सत्ता का इकबाल दिखाई पड़ता था. सुशासन बाबू की छवि ही इस कारण बनी लेकिन बिहार दिवस के दिन ऐसे व्यक्तव्य की उम्मीद बिहारवासियों को तो कम से कम नहीं थी. इसके बाद प्रशासन भी ढ़ीला पड़ा और जो शहर दर शहर हो रहा है उसमें बिहारी समाज बदनाम हो रहा है जबकि राज्य में एक पूरा प्रोपेगेंडा नेटवर्क लोगों को भड़काने का काम कर रहा है.
समस्तीपुर, नालंदा और शेखपुरा में प्राेपेगेंडा नेटवर्क 
समस्तीपुर की घटना से समझा जा सकता है कि कैसे छोटी-मोटी घटनाओं को भड़काकर माहौल को गरमाया जा रहा है. हमारे मीडिया के साथियों के मुताबिक समस्तीपुर के रोसड़ा में सोमवार को मूर्ति विसर्जन का जुलूस निकल रहा था. जुलूस जब इलाके के एक मस्जिद के पास से गुजर रही थी तो किसी ने मूर्ति पर चप्पल फेंक दिया. इस घटना के बाद तनाव फैल गया. दूसरे दिन यानी मंगलवार को इस घटना के जवाब में मस्जिद पर पत्थरबाजी की गई. इसके बाद मामला बिगड़ गया. जब हमने पुलिस के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना था कि दरअसल मूर्ति पर चप्पल फेंकी नहीं गई थी. हुआ ये था कि मूर्ति विसर्जन के जुलूस गुजरने के दौरान एक छत से चप्पल की एक जोड़ी गलती से गिर गई थी. लेकिन जिस तरह का माहौल बना हुआ है उसमें चप्पल के गलती से गिरने और इसे जानबूझकर मूर्ति पर फेंकने के अंतर को समझने को कोई तैयार नहीं हुआ. बुधवार को नालंदा के सिलाव और शेखपुरा जिले में तो जुलूस में शामिल उपद्रवी पुलिस से ही भिड़ गये. जिसके बाद दोनों जिले में इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गयी है. 

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