देखिए पीएम मोदी जी, आपके भाषण से प्रेरित हो राष्ट्रीय दिव्यांग खिलाड़ी जितेंद्र बेच रहा पकौड़ा

प्रधानमंत्री पकौड़ा योजना का ब्रांड एंबेसडर बना दीजिए, इसकी गुरबत मिट जायेगी
-झारखंड के रामगढ़ का जितेंद्र पटेल ने सरकार की उदासीनता के मद्देनजर किया फैसला 
-राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट, तैराकी में कर चुका हैं झारखंड का नाम रोशन
रविशंकर उपाध्याय, पटना

प्रधानमंत्री मोदी जी, आप जब भाषण देते हैं तो लोग उसे केवल सुनते ही नहीं है बल्कि उसे इंप्लीमेंट भी करते हैं. अब देखिए ना, आपने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू में रोजगार के बरक्स पकौड़े बेचने का जो आइडिया दिया. उसका संदेश सभी बेरोजगारों ने बड़े ध्यान से सुना है. उन्हें अब साल में दो करोड़ रोजगार की उम्मीद नहीं बल्कि पकौड़े से बेहतर भविष्य की संभावना दिखाई दे रही है. चाहे वो व्यवस्था से जुड़े रोजगार हों या व्यवस्था के मारे. देखिये यह खबर झारखंड के रामगढ़ से आयी है. आपके ड्रीम राष्ट्रीय पकौड़ा योजना का संदेश एक दिव्यांग राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी ने आजमाया है. सोच रहा है सरकार ने नहीं ध्यान दिया तो प्रधानमंत्री के आइडिया से ही अपनी किस्मत संवार ले. इसने क्रिकेट में अपना नाम कमाया तो डांस कर जमकर वाहवाही बटोरी है जबकि तैराकी प्रतियोगिता में कई मेडल अपने नाम किया. जितेंद्र ने दिव्यांगता को कभी कमजोरी नही बनने दिया और अपने मेहनत के बदौलत मुकाम हासिल किया, फिर भी आज वह संसाधनों की कमी से जूझ रहा हैं. आलम यह हैं कि घर मे खाने के लिए भी कहीं न कही हाथ फैलाना पड़ता हैं. सो उसने पकौड़ा बेचकर अपनी किस्मत को बदलने की ठानी है. अब आप इसे अपनी योजना का ब्रांड एंबेस्डर बना दीजिए तो इसकी किस्मत संवर जाये.
दिव्यांग क्रिकेट टीम का कप्तान रहा है जितेंद्र
जितेंद्र पटेल का जन्म रामगढ़ जिला के लारीकला में हुआ है. जन्म के तीन वर्ष बाद पोलियो का शिकार होने के बाद गरीबी के कारण सही से इलाज नहीं हुआ और दिव्यांगता का शिकार हो गया. बीकॉम की पढ़ाई के दौरान डांस और क्रिकेट खेलना शुरू किया. 2009 में जिला स्तरीय क्रिकेट खेलना शुरू किया. दो वर्ष तक जिला स्तरीय मैच खेला, बेहतर खेल के कारण 2010 में राज्यस्तरीय मैच खेलने का मौका मिलने लगा. उसने दिव्यांग क्रिकेट टीम में बतौर कप्तान लखनऊ, मणिपुर, दिल्ली, कोलकाता, पुणे, त्रिपुरा, उतराखण्ड, छतीसगढ़, उडीसा, विशाखापत्तनम, बिहार, गोवाहाटी आदि जगहों में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया है. जिसमें झारखंड की टीम विजेता हुई हैं. जितेंद्र तैराकी में वर्ष 2009 में बैंगलोर में आयोजित तैराकी में प्रथम व वर्ष 2017 में पटना में आयोजित तैराकी में प्रथम स्थान प्राप्त किया था.
जितेंद्र कहता है- सरकार ने नहीं दिया ध्यान तो बेच रहा पकौड़ा

दिव्यांग जितेंद्र पटेल ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार के प्रति गहरा रोष जताते हुए कहा कि सरकार के उदासीन रवैया के कारण दिव्यांग खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नही मिल पा रहा है. सरकार दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रति तनिक भी ध्यान नही दे रही. जिस कारण हमलोगों की अंदर जो भी प्रतिभा हैं खत्म हो रही है. अब मोदी जी का पकौड़ा योजना का थीम उसे पसंद आया है.
इनपुट: प्रिंस वर्मा, रामगढ़, झारखंड

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