Exclusive: एसबीआई ने मिनिमम बैलेंस चार्ज से गरीबों से 1771 करोड़ वसूले थे, 1378 करोड़ नीरव मोदी लेकर भाग गया

Neerav Modi (File photo)
रविशंकर उपाध्याय, पटना 
गरीबों की हाय मत लो साहेब, यह बहुत बुरे परिणाम लाती है. हमारे देश में यह कहावत हर बार बोली और सुनी जाती रही है. देश के सबसे बड़े बैंकिंग स्कैम में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को देश के गरीबों की ही हाय लग गयी है. भारतीय स्टेट बैंक ने खाते में मिनिमम बैलेंस न रखने वाले गरीब खाता धारकों से 1,771 करोड़ रुपए की राशि वसूल की थी और इस बैंक से 1378 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर नीरव मोदी विदेश भाग गया. एनडीटीवी की रिपोर्ट कहती है कि एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने शुक्रवार को कहा था कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का हाई प्रोफाइल घोटालेबाज आभूषण कारोबारी नीरव मोदी से कोई सीधा वास्ता नहीं है, लेकिन पंजाब नेशनल बैंक द्वारा दिए गए 21.2 करोड़ डॉलर के लेटर ऑफ अंडरटेकिंग मामले में एसबीआई भी प्रभावित है. अब एसबीआई की यह राशि फंस गयी है. कह सकते हैं कि गरीबों से चूस कर जो रुपया बैंक ने अपने प्रॉफिट में दिखाया था, उससे 400 करोड़ कम एक रईस अमीर लेकर रफूचक्कर हो गया.
मार्च से दिसंबर 2017 तक एसबीआई ने वसूले थे 1771 करोड़
1771 करोड़ की यह राशि स्टेट बैंक ने पिछले साल के 9 महीने में वसूल की थी. बैंक ने मिनिमम बैलेंस न रखने वालों से इतना पैसा वसूल किया कि यह बैंक के एक तिमाही की कमाई से भी ज्यादा निकला था. यह राशि बैंक की जुलाई-सितंबर की कमाई से भी ज्यादा थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट ने इसी साल दो जनवरी को बताया था कि  इस तिमाही में स्टेट बैंक ने 1,581.55 करोड़ रुपए की कमाई की थी. वहीं 1771 करोड़ की यह राशि बैंक की अप्रैल-सितंबर की कुल कमाई 3,586 करोड़ रुपए के लगभग आधी थी.
पीएनबी ने भी वसूले थे 97 करोड़
स्टेट बैंक के बाद पंजाब नेशनल बैंक ने अपने खाता धारकों से मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने के चार्ज वसूले थे. पीएनबी ने साल 2017-18 में 97.34 करोड़ रुपए वसूले, वहीं साल 2016-17 में पीएनबी ने 130.64 करोड़ रुपए वसूले थे. नीरव प्रकरण में तो पीएनबी की पूरी साख ही दांव पर है. तो फिलहाल इस मसले का फलाफल यही संदेश है कि इस देश में गरीबों की सुनो वह तुम्हारी सुनेगा गरीबों की सुनो वह तुम्हारी सुनेगा तुम एक पैसा दोगे वह दस लाख देगा.
यहां एनडीटीवी की वह खबर पढ़िए जिसमें एसबीआई ने बयान दिया है कि उसने 21.20 करोड़ डॉलर का ऋण पीएनबी के एलओयू के आधार पर दिया था. 
https://khabar.ndtv.com/news/india/sbi-has-no-direct-exposure-to-jeweller-nirav-modi-sbi-chairman-rajneesh-kumar-1813716
दूसरी जनसत्ता की जनवरी में छपी खबर भी देखिए जिसमें मिनिमम बैलेंस के नाम पर बैंकों के पैसे बनाने की खबर विस्तार से दी गयी है. 
https://www.jansatta.com/business/figures-for-april-november-2017-sbi-collected-rs-1800-crore-as-charges-from-below-minimum-balance-accounts/536453/lite/

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