शुकराना समारोह: भटिंडा के दमदमा साहिब के सेवादार करेंगे जोड़ा घर की सेवा


-बाइपास टेंट सिटी में संभालेंगे व्यवस्था, गुरुपर्व तक लगातार करेंगे सेवा
-22 से 26 दिसंबर तक करेंगे सेवा
पटना.

गुरु गोविंद सिंह जी का 350 वां प्रकाशपर्व एक ऐसा महोत्सव है जिसमें हर कोई अपने स्तर से अपनी भूमिका निभाना चाहता है. क्या पंजाब और क्या पटना, क्या हरियाणा और क्या झारखंड. सभी जगहों से लोग अपने रोल के साथ पटना पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में पंजाब के भटिंडा स्थित दमदमा साहिब का पूरा ग्रुप जोड़ाघर(जूताघर) की सेवा करेगा. पंजाब के विभिन्न शहरों से 40 सदस्यों का ग्रुप गांधी मैदान के जोड़ाघर की सेवा करेंगे. जगा राम तीरथ के सदस्यों ने इसके लिए पर्यटन विभाग को एक अर्जी दी थी कि वे जोड़ाघर की सभी जरूरी व्यवस्था संभालना चाहते हैैं. पर्यटन विभाग ने उनके सेवा भाव को देखते हुए यह तय किया है कि वे ही यह काम बाइपास टेंट सिटी में देखेंगे. मोदे गांव से पहुंचे निरबैल सिंह ने बताया कि सभी 40 सदस्य यहां पहुंच चुके हैं. अभी लंगर में यह अपनी सेवा दे रहे हैं, 22 दिसंबर से टेंट सिटी में काम शुरू कर देंगे.
क्या रहेगी जोड़ाघर में व्यवस्था?
जोड़ाघर संभालने की तकनीकी जानकारी से लैस यह ग्रुप खास तौर पर इसकी व्यवस्था करता है. सभी सेवादार विशेषज्ञ होते हैं और वे एक एक जूते की खास निगरानी करते हैं. एक भी जूता गुम नहीं हो इसके लिए सभी की ट्रैकिंग की जाती है. एक हेल्प डेस्क भी रहता है जिसपर लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके साथ ही कुल चार सेक्शन पर दो दो पुरुष और महिलाओं का काउंटर होगा. जूते उतारने के लिए आपको अलग अलग जाना होगा लेकिन निकलते वक्त कॉमन एक्जिट गेट की व्यवस्था की गयी है. महिलाओं के हिस्से में शरारती तत्वों पर यही सेवादार नजर रखेंगे. कुल 500 जूते एक स्टाल में रखने की क्षमता होगा, कुल चार जूते घर में यही व्यवस्था होगी.
क्या कहते हैं जोड़ाघर के प्रमुख?
हमारा पूरा ग्रुप पंजाब के तख्त श्री दमदमा साहिब का है. हमें प्रेरणा मिली कि पूरा बिहार जब स्वागत के लिए पलक पांवड़े बिछाये हुए है तो हम भटिंडा के लोगों को भी अपनी सेवा देनी चाहिए. इसी ध्येय से हम यहां पहुंचे हैं. हम बिहार सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने हमारे लिए पूरी व्यवस्था की है.
-गुरमेद सिंह, प्रमुख, सेवा समूह, तख्त श्री दमदमा साहिब

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