deoghar

देवघर, सावन महीने में यहाँ श्रद्धा और भक्ति का एसा समन्वय देखने को मिलता है जैसा शायद ही दुनिया के किसी देश में दीखता हो। यदि यहाँ घोर नास्तिक भी आ जाये तो वो आस्तिक हो जायेगा, ऐसा मुझे लगता है। इसके पीछे पर्याप्त कारन भी हैं.

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